कंदारिया महादेव मंदिरkhujraho ka prasidh mandir hai
कंदारिया महादेव मंदिरkhujraho ka prasidh mandir hai
कंदारिया महादेव मंदिर, जो खजुराहो के विश्व प्रसिद्ध मंदिरों में से एक है, मध्य प्रदेश राज्य में स्थित है। यह मंदिर खजुराहो के पश्चिमी मंदिर समूह का हिस्सा है और भारतीय वास्तुकला और संस्कृति का अद्भुत नमूना है। यह मंदिर भगवान शिव को समर्पित है और "कंदारिया महादेव" का अर्थ है "गुफाओं के भगवान महादेव।"
कंदारिया महादेव मंदिर के निर्माण:-
राजा चंद्रवर्मन को भगवान शिव नेअद्भुत मंदिर बनाने का निर्देश दिया!
कहते हैं कि राजा चंद्रवर्मन ने एक रात स्वप्न में भगवान शिव और पार्वती को देखा। भगवान शिव ने उन्हें एक अद्भुत मंदिर बनाने का निर्देश दिया, जिसमें देवताओं और मानव जीवन के विभिन्न पहलुओं को उकेरा जा सके। इस स्वप्न के बाद, राजा ने इस भव्य मंदिर का निर्माण शुरू किया, जो पूरी तरह से पत्थर से बनाया गया और जिसमें सुंदर मूर्तियों को उकेरा गया। यह मंदिर 1025-1050 ईस्वी के बीच चंदेल शासकों के शासनकाल में बनकर तैयार हुआ।वास्तुकला:-कंदारिया महादेव मंदिर नागर शैली की वास्तुकला का उत्कृष्ट उदाहरण है। इसकी ऊंचाई लगभग 30 मीटर है और इसका गर्भगृह एक गुफा की तरह गहरा है।
मूर्तिकला:-मंदिर में 800 से अधिक मूर्तियाँ हैं, जो विभिन्न देवताओं, अप्सराओं, नर्तकियों और जीवन के अन्य रूपों को दर्शाती हैं। इनमें से कई मूर्तियाँ कामकला को भी प्रदर्शित करती हैं, जो मानव जीवन के आध्यात्मिक और सांसारिक पक्षों के बीच संतुलन का प्रतीक हैं।
शिवलिंग:-मंदिर के गर्भगृह में विशाल शिवलिंग स्थापित है, जो भगवान शिव के शक्ति और ऊर्जा के प्रतीक के रूप में पूजनीय है।
यह मंदिर केवल एक पूजा स्थल नहीं है, बल्कि यह भारतीय संस्कृति, कला और आध्यात्मिकता का संगम भी है। यह मंदिर हमें यह सिखाता है कि भक्ति और कला का समन्वय किस प्रकार से जीवन को पूर्णता की ओर ले जा सकता है।
विश्व धरोहर स्थल:
कंदरिया महादेव मंदिर क्यों बनाया गया था?
कंदरिया महादेव मंदिर के बारे में क्या खास है?
कंदरिया महादेव मंदिर का निर्माण किसने करवाया था?
महादेव मंदिर का निर्माण कब हुआ था?
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